. के.वी.शर्मा, संपादक,
विशाखापत्तनम:, विशाखापत्तनम दर्पण समाचार: 13 नवंबर।शहर के मेडिकवर अस्पतालों में दर्द को नियंत्रित करने के कारगर तरीके मौजूद हैं, यह बात अस्पताल के वरिष्ठ दर्द चिकित्सक डॉ. के.वी.डी. प्रवीण ने कही। गुरुवार को शहर के एरिलोवा मेडिकवर कैंसर अस्पताल में आयोजित एक मीडिया सम्मेलन में उन्होंने कहा कि दर्द केवल एक शारीरिक परेशानी नहीं है, यह एक ऐसी समस्या है जो हमारे मन और हमारी जीवनशैली को पूरी तरह प्रभावित करती है। कई लोग पुराने दर्द के कारण अपने दैनिक काम, नींद और पारिवारिक जीवन से हाथ धो बैठते हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए, वे दर्द को नज़रअंदाज़ न करने और उचित उपचार लेने के संदेश के साथ आधुनिक दर्द उपचार के बारे में लोगों में बेहतर जागरूकता पैदा कर रहे हैं। दर्द शरीर द्वारा भेजा गया एक चेतावनी संकेत है। अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाए, तो यह एक दीर्घकालिक समस्या बन जाती है। अगर आप सही चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लें, तो आप आसानी से अपने सामान्य जीवन में वापस आ सकते हैं। दर्द चिकित्सक केवल दवाएँ ही नहीं लिखते, बल्कि आधुनिक उपचार भी प्रदान करते हैं जो दर्द के मूल कारण की पहचान करते हैं और उसे स्थायी रूप से कम करते हैं। उन्होंने कहा कि कमर दर्द, गठिया, डायबिटिक न्यूरोपैथी, कैंसर के बाद का दर्द आदि समस्याओं के लिए अब विशेष उपचार उपलब्ध हैं। उनके मेडिकवर अस्पताल में रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन, नर्व ब्लॉक, एपिड्यूरल इंजेक्शन, टेंडन बोटॉक्स इंजेक्शन आदि आधुनिक तरीकों से दर्द को पूरी तरह से कम करना संभव है।
उन्होंने कहा कि अगर सही विशेषज्ञों द्वारा इलाज किया जाए तो लगभग 80 प्रतिशत दर्द को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दर्द मुक्त जीवन कोई सपना नहीं है, यह सबका अधिकार है। उन्होंने कहा कि अगर दर्द तीन महीने से ज्यादा रहे या दैनिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करे तो तुरंत किसी दर्द विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। इस मीडिया कॉन्फ्रेंस में मेडिकवर सेंटर प्रमुख डॉ. किरण कुमार, डॉ. किशोर, डॉ. सृजना, डॉ. रोजलिन, डॉ. इंगे समेत अन्य डॉक्टर शामिल हुए।
विशाखापत्तनम:, विशाखापत्तनम दर्पण समाचार: 13 नवंबर।शहर के मेडिकवर अस्पतालों में दर्द को नियंत्रित करने के कारगर तरीके मौजूद हैं, यह बात अस्पताल के वरिष्ठ दर्द चिकित्सक डॉ. के.वी.डी. प्रवीण ने कही। गुरुवार को शहर के एरिलोवा मेडिकवर कैंसर अस्पताल में आयोजित एक मीडिया सम्मेलन में उन्होंने कहा कि दर्द केवल एक शारीरिक परेशानी नहीं है, यह एक ऐसी समस्या है जो हमारे मन और हमारी जीवनशैली को पूरी तरह प्रभावित करती है। कई लोग पुराने दर्द के कारण अपने दैनिक काम, नींद और पारिवारिक जीवन से हाथ धो बैठते हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए, वे दर्द को नज़रअंदाज़ न करने और उचित उपचार लेने के संदेश के साथ आधुनिक दर्द उपचार के बारे में लोगों में बेहतर जागरूकता पैदा कर रहे हैं। दर्द शरीर द्वारा भेजा गया एक चेतावनी संकेत है। अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाए, तो यह एक दीर्घकालिक समस्या बन जाती है। अगर आप सही चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लें, तो आप आसानी से अपने सामान्य जीवन में वापस आ सकते हैं। दर्द चिकित्सक केवल दवाएँ ही नहीं लिखते, बल्कि आधुनिक उपचार भी प्रदान करते हैं जो दर्द के मूल कारण की पहचान करते हैं और उसे स्थायी रूप से कम करते हैं। उन्होंने कहा कि कमर दर्द, गठिया, डायबिटिक न्यूरोपैथी, कैंसर के बाद का दर्द आदि समस्याओं के लिए अब विशेष उपचार उपलब्ध हैं। उनके मेडिकवर अस्पताल में रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन, नर्व ब्लॉक, एपिड्यूरल इंजेक्शन, टेंडन बोटॉक्स इंजेक्शन आदि आधुनिक तरीकों से दर्द को पूरी तरह से कम करना संभव है।
उन्होंने कहा कि अगर सही विशेषज्ञों द्वारा इलाज किया जाए तो लगभग 80 प्रतिशत दर्द को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दर्द मुक्त जीवन कोई सपना नहीं है, यह सबका अधिकार है। उन्होंने कहा कि अगर दर्द तीन महीने से ज्यादा रहे या दैनिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करे तो तुरंत किसी दर्द विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। इस मीडिया कॉन्फ्रेंस में मेडिकवर सेंटर प्रमुख डॉ. किरण कुमार, डॉ. किशोर, डॉ. सृजना, डॉ. रोजलिन, डॉ. इंगे समेत अन्य डॉक्टर शामिल हुए।


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