पत्रकारों का अपमान करने, उन्हें धमकाने पर 5 साल सश्रम कारावास, 50,000 रुपये जुर्माना: सुप्रीम कोर्ट का फैसला*
डॉ राघवेंद्र मिश्रा कार्यकारी संपादक
देश में कार्यरत पत्रकारों के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने एक फैसला सुनाया है। पत्रकारों को धमकाने, उनका अपमान करने या उनके साथ मारपीट करने वालों को 50,000 रुपये का जुर्माना और पाँच साल सश्रम कारावास की सज़ा होगी।
एक मामले की सुनवाई के दौरान यह बात स्पष्ट हुई। इस फैसले से कई पत्रकारों और कई पत्रकार संगठनों के नेताओं ने संतोष व्यक्त किया है कि वे अपने पेशे में बिना किसी डर के जनता को तथ्यात्मक जानकारी प्रदान कर पाएँगे। वरिष्ठ पत्रकारों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
वे इस बात पर भी संतोष व्यक्त कर रहे हैं कि सर्वोच्च न्यायालय का यह फैसला राजनीतिक नेताओं से थोड़ी सुरक्षा प्रदान करेगा।

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