गायत्री विद्या परिषद में ‘FPGA सिस्टम डिज़ाइन एवं प्रोटोटाइपिंग’ पर चार दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ”
. के.वी.शर्मा, संपादक,
विशाखापत्तनम, रुषिकोंडा: गायत्री विद्यापरिषद डिग्री और पीजी कोर्सेज (ऑटोनॉमस) के इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा “एफपीजीए सिस्टम डिजाइन और प्रोटोटाइपिंग” पर चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। एफपीजीए अर्धचालक (सेमीकंडक्टर) उद्योग में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह डिज़ाइन को तेजी से विकसित करने, परीक्षण करने और आवश्यकतानुसार उसमें बदलाव करने की सुविधा प्रदान करता है। ASIC जैसे स्थायी चिप्स की तुलना में, एफपीजीए कम लागत और कम समय में प्रोटोटाइप बनाने में मदद करता है, जिससे बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार नई तकनीकों का परीक्षण किया जा सकता है।
विशाखापत्तनम, रुषिकोंडा: गायत्री विद्यापरिषद डिग्री और पीजी कोर्सेज (ऑटोनॉमस) के इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा “एफपीजीए सिस्टम डिजाइन और प्रोटोटाइपिंग” पर चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। एफपीजीए अर्धचालक (सेमीकंडक्टर) उद्योग में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह डिज़ाइन को तेजी से विकसित करने, परीक्षण करने और आवश्यकतानुसार उसमें बदलाव करने की सुविधा प्रदान करता है। ASIC जैसे स्थायी चिप्स की तुलना में, एफपीजीए कम लागत और कम समय में प्रोटोटाइप बनाने में मदद करता है, जिससे बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार नई तकनीकों का परीक्षण किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य प्रो. के. एस. बोस, ई एंड टी कार्यक्रम निदेशक प्रो. पी. वी. विनय, और ईसीई विभागाध्यक्ष प्रो. पी. ए. नागेश्वर राव द्वारा किया गया तथा डॉ. जे. भास्कर राव संसाधन व्यक्ति (रिसोर्स पर्सन) के रूप में शामिल हुए। यह कार्यशाला विशेष रूप से छात्रों और शिक्षकों के लिए उपयोगी बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।

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