. के.वी.शर्मा, संपादक,
भारतीय नौसेना ने #XPR-25 के दौरान दक्षिण चीन सागर में विदेशी पनडुब्बियों के साथ सफलतापूर्वक पहला मेटिंग किया, जिसमें हस्तक्षेप और बचाव अभियानों की पूरी श्रृंखला का संचालन किया गया। तीन दिनों में ROV ऑपरेशन सहित तीन सफल मेटिंग ने हमारी बढ़ती वैश्विक बचाव क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
यह उपलब्धि वैश्विक पनडुब्बी बचाव के लिए हमारी तत्परता, अंतर-संचालन क्षमता और प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो भारत को एक विश्वसनीय समुद्री साझेदार और समुद्र में क्षेत्रीय सुरक्षा और मानवीय प्रतिक्रिया में एक सक्रिय योगदानकर्ता के रूप में सिद्ध करती है।
भारतीय नौसेना ने #XPR-25 के दौरान दक्षिण चीन सागर में विदेशी पनडुब्बियों के साथ सफलतापूर्वक पहला मेटिंग किया, जिसमें हस्तक्षेप और बचाव अभियानों की पूरी श्रृंखला का संचालन किया गया। तीन दिनों में ROV ऑपरेशन सहित तीन सफल मेटिंग ने हमारी बढ़ती वैश्विक बचाव क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
यह उपलब्धि वैश्विक पनडुब्बी बचाव के लिए हमारी तत्परता, अंतर-संचालन क्षमता और प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो भारत को एक विश्वसनीय समुद्री साझेदार और समुद्र में क्षेत्रीय सुरक्षा और मानवीय प्रतिक्रिया में एक सक्रिय योगदानकर्ता के रूप में सिद्ध करती है।

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