आ गया है दीपावली,
अंधकार को किया उजाला,
शाम सुहानी. रात सुहानी,
दिवाली के दीप जले,
छोटे बड़ों का भेद मिटाकर,
सभी को गले लगाओ,
खुशियां है घर में आने,
शायद अब राम राज होगा,
एक पल के लिए,
चमकती उजाला रात भर,
जो भविष्य की नीव रखे,
आत्मविश्वास के मंथन की,
लाखों दीयाए जल रही,
चुपचाप आवाज के साथ,
आज राखी दुनिया दीवाना,
दीपावली के दीप जलाएं,
हर घर सजा हुआ है,
रंग बिरंगी बतियो से,
लक्ष्मी गणेश जी की पूजा,
भूख लगाए मीठा पकवान,
- के वी शर्मा,
विशाखापट्टनम,
आंध्र प्रदेश


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