Skip to main content

जारीकर्ता: डॉ. पी. जगदीश्वर राव, डिस्ट्रिक्ट मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर, विशाखापत्तनम, तारीख: 02.12.2025

.                      के.वी.शर्मा, संपादक,
आज तारीख है। 02.12.2025 को, डॉ. पी. जगदीश्वर राव, डिस्ट्रिक्ट मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर, विशाखापत्तनम ने प्रेस को बताया कि “स्क्रब टाइफस” जानलेवा नहीं है और लोगों को इससे घबराने की ज़रूरत नहीं है। इस जीव के काटने पर दिखने वाले लक्षण हैं बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, भूख न लगना, लिम्फ नोड्स में सूजन, सुनने में कमी, खांसी और सांस लेने में तकलीफ, और डॉक्सीसाइक्लिन और एज़िथ्रोमाइसिन जैसी दवाओं का इस्तेमाल करके इलाज से बचा जा सकता है।

बचाव और सावधानियां: घर को चूहों से मुक्त रखकर और एंटी-इंसेक्टिसाइड और स्प्रे का इस्तेमाल करके चूहों से बचा जा सकता है।
इस बीमारी के 2023 में विशाखापत्तनम जिले में 12 पॉजिटिव केस, 2024 में 11 पॉजिटिव केस और 2025 में 11 पॉजिटिव केस हैं। इनमें एक भी मौत नहीं हुई है। इसलिए, इस बीमारी से किसी को भी परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, डॉ. पी. जगदीश्वर राव ने कहा कि अगर काली पपड़ी, सूजे हुए लिम्फ नोड्स और बुखार हो, तो उन्हें पास के हेल्थ सेंटर में जाकर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और सही इलाज करवाना चाहिए।

               जिला मेडिकल और हेल्थ ऑफिसर
                           विशाखापत्तनम

Comments

Popular posts from this blog

पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु ईसीएचएस (ECHS) के फंड तत्काल जारी करने का किया अनुरोध किया …

.               डॉ राघवेंद्र मिश्रा कार्यपालक संपादक डॉ. चन्द्र शेखर, राष्ट्रीय संयोजक (वेटरन्स) ने माननीय रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री तथा रक्षा मंत्रालय के भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग के सचिव को पत्र लिखकर पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु ईसीएचएस (ECHS) के फंड तत्काल जारी करने का अनुरोध किया है। ईसीएचएस में चल रही धन की कमी एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है, जिससे हमारे लाभार्थियों के उपचार में बाधाएं आ रही हैं। अपने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को ऐसे विलंब का सामना करते देखना अत्यंत पीड़ादायक है। मैं हमारे समुदाय के सभी सम्मानित एवं प्रभावशाली सदस्यों से निवेदन करता हूं कि वे अपने-अपने सांसदों से संपर्क करें और इस विषय को उचित स्तर पर उठाने का आग्रह करें। फंड जारी करना ओआईसी के नियंत्रण से बाहर है, फिर भी रोजाना मरीजों के सवालों और पीड़ा का सामना उन्हें ही करना पड़ रहा है। आइए, हम सभी मिलकर इस महत्वपूर्ण व्यवस्था के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करें। स्वास्थ्य हर परिवार और ह...