Skip to main content

विश्व पटल पर गुंजा भारत का सामाजिक सुरक्षा संकल्प,

किसी भी नागरिक के जीवन में तीन चीज महत्वपूर्ण होती है! स्वावलंबन स्वश्रेय और स्वाभिमान! ईज ऑफ़ लिविंग के इसी दृष्टिकोण के साथ आज भारत की प्रगति का विजन भी समावेशी है! मिशन भी समावेशी है यही समावेशी दर्शन केंद्र सरकार की प्रत्येक नीति प्रत्येक योजना का आधार है! जिसकी गूंज देश में ही नहीं दुनिया में सुनाई दे रही है! सामाजिक सुरक्षा के प्रति समर्पित भारत को वर्ष 2025 का इंटरनेशनल सोशल सिक्योरिटी संगठन का सम्मान मिला है! यह पुरस्कार हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंत्योदय के सिद्धांत को समर्पित है! जिसका उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक सुरक्षा सुनिश्चित करना है! इस पुरस्कार को मलेशिया की राजधानी कुआला लंपुर में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मनसुख मांडवि या ने ग्रहण किया!

. अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार सामाजिक सुरक्षा वह व्यवस्था है जो समाज द्वारा व्यक्तियों और परिवार को स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंचे सुनिश्चित करने और आए सुरक्षा की गारंटी देने के लिए प्रदान की जाती है!

. इस विशेष रूप से वृद्धावस्था बीमारी बेरोजगारी दिव्यंका मातृत्व कार्यस्थल पर चोट लगने या कमाने वाले सदस्य की मूर्तियों के समय महत्वपूर्ण हो जाती है! अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन सम्मेलनों और संयुक्त राष्ट्र के दस्तावेजों में परिभाषित सार्वजनिक सुरक्षा को एक बुनियादी मानव अधिकार के रूप में मान्यता दी गई है!

. अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के मुताबिक भारत के सामाजिक सुरक्षा कवरेज में उल्लेख ने वृद्धि हुई है वर्ष 2015 में 19 प्रतिशत से बढ़कर यह 2025 में 64.3 तक हो गई है! यानी अब 95 करोड़ भारतीयों को स्वास्थ्य बीमा पेंशन व अन्य सुविधाएं मिल रही है!

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-

आज भारत में ज्यादातर आबादी किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा का फायदा उठा रही है और अभी हाल में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की बड़ी हम रिपोर्ट आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की 64% से ज्यादा आबादी को अब कोई ना कोई सामाजिक सुरक्षा लाभ जरूर मिल रहा है! सामाजिक सुरक्षा के मामले में यह दुनिया की सबसे बड़ी कवरेज में एक है आज भारत के लगभग 95 करोड लोग किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ पा रहे हैं जबकि 2015 तक 25 करोड़ से भी कम लोगों तक सरकारी योजनाएं पहुंच पाती थी!

- संकलन के .वी. शर्मा संपादक द्वारा की गई है!

Comments

Popular posts from this blog

पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु ईसीएचएस (ECHS) के फंड तत्काल जारी करने का किया अनुरोध किया …

.               डॉ राघवेंद्र मिश्रा कार्यपालक संपादक डॉ. चन्द्र शेखर, राष्ट्रीय संयोजक (वेटरन्स) ने माननीय रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री तथा रक्षा मंत्रालय के भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग के सचिव को पत्र लिखकर पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु ईसीएचएस (ECHS) के फंड तत्काल जारी करने का अनुरोध किया है। ईसीएचएस में चल रही धन की कमी एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है, जिससे हमारे लाभार्थियों के उपचार में बाधाएं आ रही हैं। अपने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को ऐसे विलंब का सामना करते देखना अत्यंत पीड़ादायक है। मैं हमारे समुदाय के सभी सम्मानित एवं प्रभावशाली सदस्यों से निवेदन करता हूं कि वे अपने-अपने सांसदों से संपर्क करें और इस विषय को उचित स्तर पर उठाने का आग्रह करें। फंड जारी करना ओआईसी के नियंत्रण से बाहर है, फिर भी रोजाना मरीजों के सवालों और पीड़ा का सामना उन्हें ही करना पड़ रहा है। आइए, हम सभी मिलकर इस महत्वपूर्ण व्यवस्था के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करें। स्वास्थ्य हर परिवार और ह...