3 दिसंबर 2025 को सुबह 10.00 बजे 'माँ' टॉपिक पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। प्रोग्राम के चीफ गेस्ट डॉ. जगदीश के. रणोदरा बांधव थे। गुजरात की उषाबेन दावड़ा ने सरस्वती वंदना की। संस्था के प्रेसिडेंट डॉ. शैलेश वानिया 'शैले' ने परिचय दिया। शोभा प्रीति परमार 'प्रीत' के ज़रिए कुल 21 सम्मानित कवि दोस्तों ने स्टेज पर हिस्सा लिया। WhatsApp ग्रुप 256 से भर गया। संस्था के हेड 'शैले' ने डिजिटल सर्टिफिकेट बांटे। धन्यवाद दर्शन जमाभाई वी. सोलंकी ने दिया। राष्ट्रगान ऑगस्टीन वनवीर ने पेश किया। प्रोग्राम दोपहर 2.30 बजे खत्म हुआ। इसमें डॉ. गुलाब चंद पटेल, जमाभाई वी. सोलंकी कवि मुस्कान, मणिलाल श्रीमाली मिलन शामिल थे। जयश्रीबेन पंड्या, डॉ. जगदीश के रणोदरा (बांधव)। कोकिला राजगोर "कोयल"
भिवंडी मुंबई, दिनेश कविराज, रागिनी शुक्ला "राग" मुंबई, विनोद सी दवे अदीपुर कच्छ, अरुणा बलदानिया अनु अंजार, मार्टिन क्रिश्चियन
जबराभाई भम्मार 'तकदीर', नीना देसाई..'निज',
विनोद सोलंकी मित्र लखतर, उषाबेन सोलंकी
छाया खत्री, यात्री ऑस्ट्रेलिया, मकवाना नितिन कुमार (चाको) ऑगस्टीन वनवीर वगैरह!

Comments
Post a Comment