केंद्र सरकार ने सरकारी प्रॉपर्टी के नाम को देश भर में बदलने के तहत कई खास संस्थानों के नाम बदल दिए हैं।
विशाखापत्तनम दर्पण समाचार :राज्यपालों के सरकारी घर, जिन्हें पहले राजभवन के नाम से जाना जाता था — और राज निवास के नाम से जाने जाने वाले मिलते-जुलते घर — अब तुरंत लागू होकर लोकभवन (और लोक निवास) कहलाएंगे।
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ऑफिस (PMO) का नाम बदलकर सेवा तीर्थ कर दिया जाएगा। एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव में बना नया PMO कॉम्प्लेक्स, “सेवा तीर्थ-1” से काम करेगा, जो इस बदलाव के तहत बनी तीन मॉडर्न बिल्डिंग में से एक है।
इस बड़े एडमिनिस्ट्रेटिव फेरबदल में, पुराने सेंट्रल सेक्रेटेरिएट — जो भारत की ब्यूरोक्रेसी का सेंटर है — का नाम बदलकर कर्तव्य भवन कर दिया गया है। यह नाम बदलने का काम नए कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट के तहत पहली बिल्डिंग के उद्घाटन के साथ हो रहा है, जिसका मकसद कई खास मंत्रालयों को एक ही छत के नीचे लाना है।
इस कदम को — सरकारी ऑफिस से “राज” (रॉयल्टी) जैसे कॉलोनियल ज़माने के टाइटल हटाने — लोगों पर ध्यान देने वाली सरकार की तरफ एक सिंबॉलिक बदलाव के तौर पर दिखाया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नए नाम पब्लिक सर्विस, अकाउंटेबिलिटी और एक्सेसिबिलिटी के प्रति कमिटमेंट दिखाते हैं।

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