Skip to main content

केंद्र सरकार ने सरकारी प्रॉपर्टी के नाम को देश भर में बदलने के तहत कई खास संस्थानों के नाम बदल दिए हैं।

.                            के.वी.शर्मा, संपादक,
विशाखापत्तनम दर्पण समाचार :राज्यपालों के सरकारी घर, जिन्हें पहले राजभवन के नाम से जाना जाता था — और राज निवास के नाम से जाने जाने वाले मिलते-जुलते घर — अब तुरंत लागू होकर लोकभवन (और लोक निवास) कहलाएंगे।

इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ऑफिस (PMO) का नाम बदलकर सेवा तीर्थ कर दिया जाएगा। एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव में बना नया PMO कॉम्प्लेक्स, “सेवा तीर्थ-1” से काम करेगा, जो इस बदलाव के तहत बनी तीन मॉडर्न बिल्डिंग में से एक है।

इस बड़े एडमिनिस्ट्रेटिव फेरबदल में, पुराने सेंट्रल सेक्रेटेरिएट — जो भारत की ब्यूरोक्रेसी का सेंटर है — का नाम बदलकर कर्तव्य भवन कर दिया गया है। यह नाम बदलने का काम नए कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट के तहत पहली बिल्डिंग के उद्घाटन के साथ हो रहा है, जिसका मकसद कई खास मंत्रालयों को एक ही छत के नीचे लाना है।

इस कदम को — सरकारी ऑफिस से “राज” (रॉयल्टी) जैसे कॉलोनियल ज़माने के टाइटल हटाने — लोगों पर ध्यान देने वाली सरकार की तरफ एक सिंबॉलिक बदलाव के तौर पर दिखाया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नए नाम पब्लिक सर्विस, अकाउंटेबिलिटी और एक्सेसिबिलिटी के प्रति कमिटमेंट दिखाते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु ईसीएचएस (ECHS) के फंड तत्काल जारी करने का किया अनुरोध किया …

.               डॉ राघवेंद्र मिश्रा कार्यपालक संपादक डॉ. चन्द्र शेखर, राष्ट्रीय संयोजक (वेटरन्स) ने माननीय रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री तथा रक्षा मंत्रालय के भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग के सचिव को पत्र लिखकर पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु ईसीएचएस (ECHS) के फंड तत्काल जारी करने का अनुरोध किया है। ईसीएचएस में चल रही धन की कमी एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है, जिससे हमारे लाभार्थियों के उपचार में बाधाएं आ रही हैं। अपने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को ऐसे विलंब का सामना करते देखना अत्यंत पीड़ादायक है। मैं हमारे समुदाय के सभी सम्मानित एवं प्रभावशाली सदस्यों से निवेदन करता हूं कि वे अपने-अपने सांसदों से संपर्क करें और इस विषय को उचित स्तर पर उठाने का आग्रह करें। फंड जारी करना ओआईसी के नियंत्रण से बाहर है, फिर भी रोजाना मरीजों के सवालों और पीड़ा का सामना उन्हें ही करना पड़ रहा है। आइए, हम सभी मिलकर इस महत्वपूर्ण व्यवस्था के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करें। स्वास्थ्य हर परिवार और ह...