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About us

 

मेरा नाम केवी शर्मा है, मैं तीन दशक से अधिक समय से पत्रकारिता पेशे में हूं। पत्रकारिता के मूल्यों का पालन करते हुए.. कई पत्रिकाओं में अच्छे लेख लिखे.. लेकिन कुछ पत्रिकाओं में पूर्ण स्वतंत्रता न मिलने के कारण मैंने विशाखापत्तनमदर्पण नाम से अपना ब्लॉग शुरू किया।
हमारा मिशन अपने पाठकों तक सर्वोत्तम समाचार और कहानियाँ लाना है। हमारी यात्रा निष्पक्षता और पत्रकारिता के मूल्यों के साथ आगे बढ़ने की है। आशा है कि हम अपनी यात्रा में पाठकों के साथ खड़े रहेंगे.. 
 
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मानस गंगा पूज्या प्रियंका पांडेय जी द्वारा आज भक्तमाल की कथा में श्री नारद जी के मोह का वर्णन *

.         विशाखापत्तनम: विशाखापत्तनम दर्पण समाचार: माया महा ठगिन हम जानी , माया एवं प्रेम के अंतर को समझते हुए आज कथा वक्ता मानस गंगा पूज्या प्रियंका पांडेय जी ने कहा काम, क्रोध,मद और लाभ ये चार नर्क के मार्ग हैं। माया ने नारद को भी चक्कर में डाल दिया और संत शिरोमणि बाबा नारद भी विवाह न हो पाने का वियोग नहीं सह पाए और श्री हरि विष्णु को स्त्री वियोग का श्राप दे दिया जिसके कारण श्री हरि को श्री राम जी का अवतार लेकर सीता जी के वियोग में वन वन भटकना पड़ा ।  *हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी तुम देखी सीता मृग नयनी ।* भगवान शिव एवं माता पार्वती के कथा को सुनाते हुए श्रीमती वक्ता ने कहा कि भगवान शिव ने सती को  सीता जी के रूप धारण करने पर उन्होंने सती जी का परित्याग कर दिया एवं बामांग में न बैठा कर अपने सम्मुख बैठाया जिसके कारण मां सती को अपने शरीर का त्यागना पड़ा ।     कथा मंच के कुशल खेवहिया पूर्वांचल कीर्तन मंडली एवं पूर्वांचल पूजा समिति विशाखापत्तनम के संस्थापक एवं सूत्रधार श्री भानु प्रकाश चतुर्वेदी जी ने अपने वक्तव्य में कहा हम रहे न रहें पर ये ...