Skip to main content

वीआईएमएस में डॉक्टर के पदों को भरने के लिए वॉक-इन इंटरव्यू इस महीने की 29 तारीख को

 

                 by Sharma K.V Sampadak
विशाखापत्तनम:
वीआईएमएस के निदेशक डॉ. के रामबाबू ने एक बयान में कहा कि आंध्र प्रदेश चिकित्सा सेवा भर्ती बोर्ड ने विशाखापत्तनम आयुर्विज्ञान संस्थान में सहायक प्रोफेसर डॉक्टरों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। बताया गया है कि इस अधिसूचना के माध्यम से बिना किसी लिखित परीक्षा के उत्तीर्ण प्रतिशत और आरक्षण के नियम के आधार पर नौकरियां भरी जाएंगी। बताया गया कि अस्पताल में रिक्त 28 चिकित्सा पदों के लिए योग्य चिकित्सक इस महीने की 29 तारीख को वॉक-इन इंटरव्यू के माध्यम से सीधे उपस्थित हो सकते हैं।  बताया गया कि इन पदों को 2500 रुपये प्रतिमाह वेतन पर भरा जाएगा। विशेषज्ञ डॉक्टरों के लिए 92,000 रुपये और सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों के लिए 1,60,000 रुपये। इच्छुक डॉक्टरों को अपने स्नातक प्रमाणपत्र, मेडिकल काउंसिल पंजीकरण प्रमाणपत्र, जाति सत्यापन दस्तावेज, पासपोर्ट आकार की तस्वीरें और आधार कार्ड के साथ हनुमंतवाका स्थित वीआईएमएस अस्पताल में 29 तारीख को सुबह 10 बजे शुरू होने वाले वॉक-इन इंटरव्यू में शामिल होने के लिए कहा गया है। अधिक जानकारी के लिए कृपया वेबसाइट http://dme.ap.nic.in पर जाएं।

रिक्ति विवरण
बताया गया है कि एनेस्थीसिया-10, न्यूरोसर्जरी-03, कार्डियोलॉजी-2, इमरजेंसी मेडिसिन-2, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर (मेडिकल)-3, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी-1, मेडिकल ऑन्कोलॉजी-1, प्लास्टिक सर्जरी-1, एंडोक्राइनोलॉजी-1, पल्मोनोलॉजी-1, मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी-1, जनरल मेडिसिन-2 में कुल 28 पद भरे जाएंगे।

Comments

Popular posts from this blog

मानस गंगा पूज्या प्रियंका पांडेय जी द्वारा आज भक्तमाल की कथा में श्री नारद जी के मोह का वर्णन *

.         विशाखापत्तनम: विशाखापत्तनम दर्पण समाचार: माया महा ठगिन हम जानी , माया एवं प्रेम के अंतर को समझते हुए आज कथा वक्ता मानस गंगा पूज्या प्रियंका पांडेय जी ने कहा काम, क्रोध,मद और लाभ ये चार नर्क के मार्ग हैं। माया ने नारद को भी चक्कर में डाल दिया और संत शिरोमणि बाबा नारद भी विवाह न हो पाने का वियोग नहीं सह पाए और श्री हरि विष्णु को स्त्री वियोग का श्राप दे दिया जिसके कारण श्री हरि को श्री राम जी का अवतार लेकर सीता जी के वियोग में वन वन भटकना पड़ा ।  *हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी तुम देखी सीता मृग नयनी ।* भगवान शिव एवं माता पार्वती के कथा को सुनाते हुए श्रीमती वक्ता ने कहा कि भगवान शिव ने सती को  सीता जी के रूप धारण करने पर उन्होंने सती जी का परित्याग कर दिया एवं बामांग में न बैठा कर अपने सम्मुख बैठाया जिसके कारण मां सती को अपने शरीर का त्यागना पड़ा ।     कथा मंच के कुशल खेवहिया पूर्वांचल कीर्तन मंडली एवं पूर्वांचल पूजा समिति विशाखापत्तनम के संस्थापक एवं सूत्रधार श्री भानु प्रकाश चतुर्वेदी जी ने अपने वक्तव्य में कहा हम रहे न रहें पर ये ...