(के.वी.शर्मा विशाखापत्तनम)
जब खुशी का संकेत मिलता है तो कुछ भी मायने नहीं रखता, न पर्यावरण, न शांति, न परिवार, न भूख, न मौत, कुछ भी नहीं...
शायद यह हो सकता है कि आप भाग्यशाली हैं कि आपके पास सपने हैं... कल के बीज जीने के लिए, सपने देखने के लिए, आज़ादी से जीवन जीने के लिए बनते हैं
सपने दिन को झुलसाने वाली सूरज की किरणों और किसी की इच्छा को छानते हैं... जीवन का पसीना आपकी छाती पर उतरता है और राख से राख, धूल से धूल में उड़ जाता है... आज़ादी से जियो और सपने देखो।

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