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शालीमार श्री राम श्री वेंकटेश्वर मंदिर, हावड़ा जिला, पश्चिम बंगाल, बालाजी के तत्वावधान में। वारासिका कल्याण महोत्सव मनाया जाएगा। यानी 14-11-2025 से 19.11.2025 तक, कडु राम्या।

.                        के.वी.शर्मा, संपादक,
शालीमार श्री राम श्री वेंकटेश्वर मंदिर, हावड़ा जिला, पश्चिम बंगाल, बालाजी के तत्वावधान में। वारासिका कल्याण महोत्सव मनाया जाएगा। यानी 14-11-2025 से 19.11.2025 तक, कडु राम्या। देवी पाप मनयम वैदिक मंत्रों से घिरा हुआ है। ब्रह्मश्री गुरुवर्युलु श्री श्री श्री। रेजेटी रामानुज आचार्यु। शिष्य। कासिंकोटा वस्ताहा वि उलु। शालीमार मंदिर के मुख्य पुजारी, जगदीश शास्त्री, सजावट से चकाचौंध होंगे, कलकत्ता निवासी, शालीमार निवासी, तेलुगु लोग, सभी लोग भाग लेंगे। कोटबोम्माली निवासी, संगीतकार, सैकड़ों भक्त भाग लेंगे। भक्त समय पर पहुंचेंगे और तीर्थ प्रसाद ग्रहण करेंगे। भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना। मंदिर समिति के सदस्य। अध्यक्ष स्वर्गीय रायपुरेड्डी कालिदास, उपाध्यक्ष बी. तारकेश्वर राव, सचिव आर. ईश्वर राव, कोषाध्यक्ष, कोंडा तारकेश्वर राव समिति के सदस्य और महिला श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

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.         विशाखापत्तनम: विशाखापत्तनम दर्पण समाचार: माया महा ठगिन हम जानी , माया एवं प्रेम के अंतर को समझते हुए आज कथा वक्ता मानस गंगा पूज्या प्रियंका पांडेय जी ने कहा काम, क्रोध,मद और लाभ ये चार नर्क के मार्ग हैं। माया ने नारद को भी चक्कर में डाल दिया और संत शिरोमणि बाबा नारद भी विवाह न हो पाने का वियोग नहीं सह पाए और श्री हरि विष्णु को स्त्री वियोग का श्राप दे दिया जिसके कारण श्री हरि को श्री राम जी का अवतार लेकर सीता जी के वियोग में वन वन भटकना पड़ा ।  *हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी तुम देखी सीता मृग नयनी ।* भगवान शिव एवं माता पार्वती के कथा को सुनाते हुए श्रीमती वक्ता ने कहा कि भगवान शिव ने सती को  सीता जी के रूप धारण करने पर उन्होंने सती जी का परित्याग कर दिया एवं बामांग में न बैठा कर अपने सम्मुख बैठाया जिसके कारण मां सती को अपने शरीर का त्यागना पड़ा ।     कथा मंच के कुशल खेवहिया पूर्वांचल कीर्तन मंडली एवं पूर्वांचल पूजा समिति विशाखापत्तनम के संस्थापक एवं सूत्रधार श्री भानु प्रकाश चतुर्वेदी जी ने अपने वक्तव्य में कहा हम रहे न रहें पर ये ...