आज की तारीख है। 30.10.2025 को जिला चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. जगदीश्वर राव, एनसीडी कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरिका और अन्य कार्यक्रम अधिकारियों ने विश्व आयोडीन अल्पता विकार सप्ताह मनाया।
जिला चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आयोडीन की कमी शरीर में आयोडीन की कमी के कारण होने वाली एक स्वास्थ्य समस्या है। यह थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को प्रभावित करती है और गण्डमाला (थायरॉयड ग्रंथि में सूजन) और हाइपोथायरायडिज्म का कारण बनती है। चूँकि यह कमी बच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए गर्भावस्था और बचपन में इसकी कमी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
आयोडीन की कमी से होने वाले विकार क्या हैं?:
❂ आयोडीन थायरॉयड ग्रंथि में T4 के निर्माण के लिए आवश्यक है।
❂ यदि आयोडीन की कमी होती है, तो इसे आयोडीन अल्पता विकार कहा जाता है।
❂ आयोडीन की कमी होने पर, चयापचय (मेटाबोलिज़्म) गड़बड़ा जाता है। इससे थकान, कमज़ोरी, असहिष्णुता और वज़न बढ़ने जैसी समस्याएँ होती हैं।
❂ आयोडीन की कमी से गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को सबसे ज़्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
❂ आयोडीन थायरॉइड ग्रंथि द्वारा सही मात्रा में हार्मोन स्रावित करने के लिए आवश्यक है।
❂ पर्याप्त आयोडीन न मिलने से हाइपोथायरायडिज्म हो सकता है।
❂ बच्चों के विकास के लिए आयोडीन बहुत ज़रूरी है।
❂ 5 से 13 साल के बच्चों के लिए आयोडीन ज़रूरी है। अन्यथा, विकास रुक जाता है।
❂ आयोडीन की कमी से वयस्कता में भी कई स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं।
❂ आयोडीन की कमी से महिलाओं में गर्भपात और पुरुषों में मानसिक विकलांगता हो सकती है।
❂ आयोडीन की कमी से बच्चों में गण्डमाला (थायरॉइड ग्रंथि में सूजन) हो सकती है।
❂ आँखों की क्षति, हाइपोथायरायडिज्म, विकास मंदता और मानसिक विकलांगता जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
❂ केंद्र सरकार के एक सर्वेक्षण से पता चला है कि तेलुगु राज्यों में बच्चों में आँखों की क्षति और घेंघा रोग की समस्याएँ हो रही हैं।
❂ सर्वेक्षण में यह भी चिंता व्यक्त की गई है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं में आयोडीन की कमी अधिक है।
किस प्रकार का भोजन करना चाहिए?:
❂ केवल आयोडीन युक्त नमक का सेवन करें।
❂ अनार, दही, स्ट्रॉबेरी और आलू जैसे आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ खाएँ।
❂ आयोडीन मछली, झींगा, अंडे, दूध, डेयरी उत्पाद और मांस से भी प्राप्त किया जा सकता है।
❂ खूब पानी पिएँ।
❂ तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
❂ तनाव दूर करने के लिए योग और ध्यान करें।
❂ यदि आपको थायरॉइड की समस्या है, तो आपको केवल डॉक्टरों और आहार विशेषज्ञों द्वारा बताए गए खाद्य पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए।
इस कार्यक्रम में कार्यक्रम अधिकारी एन.सी.डी. डॉ. हरिका, और अन्य कार्यक्रम अधिकारी, तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भाग लिया।
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
विशाखापत्तनम

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