जब हम डॉक्टर कमल जी से प्रश्न किया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मैं जितना दम देता हूं उससे ज्यादा कहीं हमें माता लक्ष्मी का कटाक्ष प्राप्त है! कमल के परिवार में तीन पुत्र सभी अपने-अपने स्थान में बने हुए हैं तीनों पुत्रों का नाम भी एक ही जैसा है अमन चमन नमन यह है उनके बच्चों का नाम बच्चे अपने पिता के कार्यक्रमों में कभी दखलअंदा नहीं देते ऐसा जीवन केवल कुछ ही लोगों को मिलता है डॉ कमल जी नगर में ही नहीं देश विदेश के कई संस्थानों से जुड़े हैं वास्तव में कमल जी एक व्यापारी दानदाता ही नहीं एक अच्छे गायक और साहित्यिक कवि हैं! इनके द्वारा बनाई गई कविताओं के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी किया जा चुका है!
वे जहां भी जाते हैं लोग उनका विशेष रूप से सम्मान करते हैं आज कमल जी के पास करीबन 500 से भी अधिक सम्मान पत्र हैं जैव विविध संस्थाओं द्वारा उनके कुशल कार्य एवं साहित्य के प्रति दिया गया है! हर वर्ष वॉकर्स क्लब को लाखों रुपए दान देते हैं! इसके साथ ही गरीब बच्चे खिलाड़ियों गरीब परिवार से जुड़े लोगों को भी विशेष रूप से सहायता पहुंचाने हैं! इस बात की जानकारी केवल कुछ ही लोग के पास है जो खास उनके साथ दोस्ती निभा रहे हैं उनमें से डॉक्टर नांदुरी रामकृष्ण जी एवं मैं हूं!
मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें लंबी उम्र दे और हर समय दूसरों की सहायता में लग रहे! मैं उन्हें तहे दिल से नमन करता हूं!
- के वी शर्मा,
संपादक,
विशाखा संदेशम तेलुगु पत्रिका,
विशाखापट्टनम दर्पण हिंदी पत्रिका,
विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश,

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