इंडियन हार्ट रिदम सोसाइटी का राष्ट्रीय सम्मेलन विशाखापत्तनम में संपन्न, हृदय इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी में प्रगति को बढ़ावा
इस सम्मेलन ने अतालता प्रबंधन में नवीनतम प्रगति पर चर्चा करने और चिकित्सा पेशेवरों के बीच ज्ञान साझा करने को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। प्रमुख विषयों में कैथेटर एब्लेशन की नई तकनीकों सहित अतालता का प्रबंधन और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के क्षेत्र में बदलाव लाने वाले तकनीकी नवाचार शामिल थे।
आईएचआरएसकॉन के आयोजन सचिव और मेडिकवर हॉस्पिटल, एमवीपी ब्रांच, विशाखापत्तनम के वरिष्ठ सलाहकार हृदय रोग विशेषज्ञ एवं इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट डॉ. अल्लामसेट्टी सुरेश ने कहा, "विशाखापत्तनम में इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है।"
आईएचआरएसकॉन 2025 के आयोजन अध्यक्ष और एआईजी हॉस्पिटल, हैदराबाद में इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. सी. नरसिम्हन ने कहा कि "हमारा लक्ष्य सीखने और विकास के लिए एक समावेशी मंच तैयार करना था, और इस दौरान हुई जीवंत चर्चाओं और सहयोग ने पूरे भारत में हृदय ताल विकारों की देखभाल के मानकों को बेहतर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को और मज़बूत किया है।"
आईएचआरएस के अध्यक्ष और सीआईएमएस हॉस्पिटल, अहमदाबाद में इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के निदेशक डॉ. अजय नाइक ने कहा कि इस सम्मेलन ने नेटवर्किंग और विचारों के आदान-प्रदान को सफलतापूर्वक सुगम बनाया और शैक्षणिक विकास, ज्ञान प्रसार और मार्गदर्शन के माध्यम से इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी में देखभाल के मानकों को बेहतर बनाने के आईएचआरएस मिशन का समर्थन किया। यह कार्यक्रम अनुभवी विशेषज्ञों और शुरुआती करियर वाले चिकित्सकों, दोनों के लिए अपने साथियों के साथ जुड़ने और इस क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ। इसमें 305 पंजीकरण हुए। संकाय में भारत, अमेरिका, ताइवान, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के वरिष्ठ इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट शामिल थे।

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