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खंभोलज साहित्य सेवा संस्था द्वारा आयोजित ऑनलाइन कॉम्पिटिशन*


23  दिसंबर 2025 'गुजरा हुआ वक्त ' टॉपिक पर फटाफट ऑनलाइन कॉम्पिटिशन आयोजित किया गया था। सरस्वती वंदना उषा दावडा द्वारा । सन्मान समारोह के मुख्य अतिथि केवी शर्मा विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश समाचार संपादक के मुख्य रहे। विषय चयन किरण चोनकर दीवानी धरमपुर ने दीया। इसमें कुल 21 कवि दोस्तों ने हिस्सा लिया। जज डॉ गुलाबचंद पटेल गुजरात से थे! रिजल्ट आज, शाम नव बजे घोषित किया गया। विषय  'बदला हुआ वक्त  पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन  हुआ प्रथम क्रमांक जामाभाई वी सोलंकी कवि मुस्कान गुजरात, दूसरा नंबर डॉ गीता पांडेय, तीसरा नंबर जय मकवाणा संस्था प्रमुख डॉ. शैलेष वाणिया 'शैल' ने सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। साथ मे ई प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया  व्हाट्सऐप ग्रुप 556  हिन्दी कवि मित्रों से भरा हुआ था।

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मानस गंगा पूज्या प्रियंका पांडेय जी द्वारा आज भक्तमाल की कथा में श्री नारद जी के मोह का वर्णन *

.         विशाखापत्तनम: विशाखापत्तनम दर्पण समाचार: माया महा ठगिन हम जानी , माया एवं प्रेम के अंतर को समझते हुए आज कथा वक्ता मानस गंगा पूज्या प्रियंका पांडेय जी ने कहा काम, क्रोध,मद और लाभ ये चार नर्क के मार्ग हैं। माया ने नारद को भी चक्कर में डाल दिया और संत शिरोमणि बाबा नारद भी विवाह न हो पाने का वियोग नहीं सह पाए और श्री हरि विष्णु को स्त्री वियोग का श्राप दे दिया जिसके कारण श्री हरि को श्री राम जी का अवतार लेकर सीता जी के वियोग में वन वन भटकना पड़ा ।  *हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी तुम देखी सीता मृग नयनी ।* भगवान शिव एवं माता पार्वती के कथा को सुनाते हुए श्रीमती वक्ता ने कहा कि भगवान शिव ने सती को  सीता जी के रूप धारण करने पर उन्होंने सती जी का परित्याग कर दिया एवं बामांग में न बैठा कर अपने सम्मुख बैठाया जिसके कारण मां सती को अपने शरीर का त्यागना पड़ा ।     कथा मंच के कुशल खेवहिया पूर्वांचल कीर्तन मंडली एवं पूर्वांचल पूजा समिति विशाखापत्तनम के संस्थापक एवं सूत्रधार श्री भानु प्रकाश चतुर्वेदी जी ने अपने वक्तव्य में कहा हम रहे न रहें पर ये ...